आज के दौर में जहाँ मुकेश धीरूभाई अम्बानी की संचार कंपनी जिओ ने पूरी दुनिया में धमाल मचा रखा है, वही दूसरी तरफ अनिल अम्बानी कर्ज में डूबता हीं जा रहे है. रिलायंस कम्युनिकेशन काफी ज्यादा घाटे में जा रही है. जिसके वजह से रिलायंस कम्युनिकेशन के डायरेक्टर अनिल धीरूभाई अम्बानी ने अपने डायरेक्टर पद से स्तीफा दे दिया है.

आपको बता दे की 30,142 करोड़ रूपये के घाटे के जाल में फँसी यह कंपनी काफी दिक्कतों का सामना करते हुए काफी समय से आगे बढ़ रही थी. परन्तु टेक्नोलॉजी के बेहतर उपयोग न होने तथा कर्ज के माया जाल में फंस जाने के कारण इस कंपनी ने घुटने टेग दिए हैं.

अनिल अम्बानी के साथ साथ 4 अन्य अधिकारीयों ने भी आर कॉम को छोड़ है. कम्युनिकेशन लॉ के मुताबिक रिलायंस कम्युनिकेशन को 23, 314 करोड़ रुपये लाइसेंस शुल्क तथा स्पेक्ट्रम शुल्क 4,987 करोड़ रूपये सरकार को देने होंगे। यानि की रिलायंस कम्युनिकेशन को कुल 28,314 करोड़ रूपये भारतीय सर्कार को देने होंगे। जिसे देने में आर कॉम असमर्थ है.

इसी नियम के कारण vodafone -idea तथा एयरटेल जैसी कंपनी काफी ज्यादा परेशान है. क्योंकि उनपर भी काफी ज्यादा रकम चुकाने के सख्त आदेश हैं. वोडाफोन कम्युनिकेशन ने तो साफ साफ कह दिया है की अगर भारतीय सरकार इस AGR रकम को काम नहीं करेगी तो वो भारत के मार्केट से निकल जायेंगे।